बुद्धिमान वह है जो जो सबके जो सबके हित की बात करें -श्री राम किशोर जी महाराज

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 25-JULY-2024 || अजमेर || नला बाजार स्थित रामद्वारा में चातुर्मास के अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए रामस्नेही संप्रदाय मेड़ता देवल के पीठाधीश्वर 108 श्री राम किशोर जी महाराज ने कहा कि जब वेदव्यास जी ने इतने ग्रन्थ की रचना कर दी उसके पश्चात भी उन्हें संतुष्टि नहीं मिली तब नारद जी ने उनसे कहा की आप इतने विद्वान है फिर भी आप संतुष्ट क्यों नहीं है तब वेदव्यास जी ने कहा कि इस संसार में बुद्धिमान वह है जो भक्तों की हित की बात करें सबके लोक कल्याण का काम करें प्रभु तभी प्रसन्न होते हैं जब उनके भक्तों का गुणगान हो वेदव्यास जी ने अपने जीवन की घटनाएं उन्हें बताइए कहा कि मैं शुद्र का पुत्र होते हुए भी संतों के आशीर्वाद से उनके कहीं गई वाणी और प्रवचनों के आधार से मुझे बुद्धि और ज्ञान प्राप्त हुआ है क्योंकि संसार में सरस्वती ही बुद्धि की देवी है सरस्वती की कृपा हो तो कहने और सुनने वाला दोनों ज्ञानी हो जाते हैं भागवत के दूसरे स्कंद की में वेदव्यास जी ने भगवान के कई स्वरूपों का वर्णन किया वेदव्यास जी ने कहा कि संसार का सबसे बड़ा ग्रंथ महाभारत है जिसमें कई राजाओं महाराजाओं बड़े-बड़े योद्धाओं वीरों बलवानों का वर्णन है परंतु मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं तब उन्होंने ईश्वर की अनुकंपा से और संतों के आशीर्वाद से श्रीमद् भागवत कथा का लेखन किया जिसमें भक्त और भगवान की स्नेह और प्रेम दया करुणा ममता त्याग और बलिदान आदि का वर्णन आता है महाराज श्री ने कहा कि जो महापुरुषों का सत्संग करते हैं वह वीर और बलवान होते हैं इस प्रकार महाराज श्री ने भागवत कथा के कई प्रसंगों पर उद्बोधन करते हुए श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। इसके पश्चात उज्जैन के महंत प्रज्ञा चक्षु श्री ध्यानीराम जी महाराज ने नानी बाई मायरा कथा पर भक्त नरसी के बारे में प्रकाश डाला महाराज ने एक से एक भजनों की प्रस्तुति दी श्रद्धालु को भाव विभोर कर दिया। आज की मुख्य जजमान सुनील गुप्ता ने महाराज का सम्मान कर आरती की और श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया।।।।।।

Comments

Popular posts from this blog

क़ुरैश कॉन्फ्रेंस रजिस्टर्ड क़ुरैश समाज भारत की अखिल भारतीय संस्था द्वारा जोधपुर में अतिरिक्त जिला कलेक्टर दीप्ति शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौप कर सूरसागर में आये दिन होने वाले सम्प्रदायिक दंगों से हमेशा के लिये राहत दिलाने की मांग की गई है।

अग्रसेन जयंती महोत्सव के अंतर्गत जयंती समारोह के तीसरे दिन बारह अक्टूबर को महिला सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं संपन्न

सीनियर सिटीजन यदि हर आधे घंटे में अपना स्थान बदलें और हाथ पैर चला लें तो ऑपरेशन की आवश्यकता ही नहीं रहेगी