पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत ने बताया कि, गौ माता का प्राचीन से वैैैैज्ञानिक युग तक महत्व हैं बरकरार
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 23-SEP-2021
|| अजमेर || रिपोर्ट हीरालाल नील------------------------------------------------------------------------------------------------------------ जहां गाय का वास है, वहां स्वयं गोपाल का वास होता है। गाय का महत्व प्राचीनकाल में तो था ही, पर वर्तमान युग में वैज्ञानिकों ने भी गाय से मिलने वाली हर वस्तु की उपयोगिता को स्वीकार किया है। यह बात 'भांवता गांव में आयोजित गौ कथा के तीसरे दिन विधायक रावत ने कही। उन्होंने कहा कि, हम अपनी केवल आस्था व संवेदनाएं प्रकट करके गौ रक्षा के लिए अपना मत प्रकट करते हैं। पर हम वहां प्रकट क्यों नहीं करते हैं जहां प्राकृतिक आपदा को छोड़कर किसी की भी लापरवाही के कारण स्वस्थ गौवंश की अस्वाभाविक मौत हो जाती है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हमने जिस गाय को दूध देने तक पाला उसे दूध न देने पर भी पालें। कुछ रुपयों के लिए कसाई अथवा गौ तस्करों को न बेचें। त्यौहारों पर गौपूजा करना या सेवा कर लेने से ही गौ रक्षा संभव नहीं। गौ रक्षा के लिए हम सभी को मिलकर आगे आना होगा।
इससे पूर्व विधायक रावत ने कथा वक्ता पुज्या साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी के शुभ आशीर्वचन प्राप्त किए।
विधायक रावत के साथ अगर सिंह राठौड़, पन्ना लाल जांगिड़, हेमंत सिंह, जगदीश कांकाणी, गिरधारी सिंह, गोपाल सिंह पूर्व उपसरपंच, गंगा सिंह, भागचंद सोनी, भंवरा लाल बाती, भंवरसिंह पूर्व मैनेजर, रतन सिंह डेयरी, जयपाल, राजेन्द्र उपसरपंच, मुरलीधर जांगिड़, मान सिंह, राजेन्द्र बड़ला बेरा सहित ग्रामीणों ने धर्म लाभ कमाया
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