राजस्व मण्डल का विखंडन नही करने की मांग
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 23-JUN-2021
|| अजमेर || रिपोर्ट हीरालाल नील---------------------------------------------------------------------------------------------------------अग्रवाल समाज अजमेर के अध्यक्ष पूर्व पार्षद शैलेन्द्र अग्रवाल ने राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत व मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य को पत्र लिखकर राजस्व मण्डल राजस्थान, अजमेर के मूल स्वरूप को कायम रखते हुए इसको विखंडित एवं विकेन्द्रीकृत नही किये जाने की मांग की है।
शैलेन्द्र अग्रवाल ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत व मुख्यसचिव श्री निरंजन आर्य को भेजे पत्र में लिखा है कि समाचार पत्रों व मीडिया के माध्यम से जानकारी में आया है कि राजस्व मण्डल राजस्थान को अजमेर से विकेंद्रीकरण तथा विखंडित किये जाने की प्रक्रिया जारी है जो न्यायोचित नही है। अजमेर में राजस्व मंडल की स्थापना राव कमीशन का गठन किया जाकर दिनांक 1-11-1959 को किया गया था जिसके अन्तर्गत केंद्रीय व राज्य सरकार में समझौता हुआ था कि राजस्थान में अजमेर स्टेट का विलय इस शर्त पर किया गया था अजमेर को राजधानी बनाया जावे लेकिन तत्समय राजधानी जयपुर को बनाया जाकर राजधानी के समकक्ष अजमेर को रखते हुए अजमेर में अतिमहत्वपूर्ण सरकारी विभाग जिसमें राजस्व मंडल राजस्थान अजमेर, राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर, माध्यामिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर एवं आयुर्वेदिक निदेशालय अजमेर जैसे विभागों का गठन अजमेर में किया गया था ताकि अजमेर को राजधानी नही बनाये जाने की एवज में इसकी महत्ता बरकरार रहे।
अग्रवाल ने पत्र में लिखा है कि राजस्व मण्डल की अजमेर में स्थापना से लेकर वर्तमान समय तक अजमेर में रेवेन्यू बोर्ड का संचालन सही व सुचारू रुप से चल रहा है जिसके चलते इसका विकेंद्रीकरण एवं विखंडित किया जाना अजमेर के साथ अन्याय है एवं इस कार्य से अजमेर की महत्ता में कमी आयेगी। पत्र में अग्रवाल समाज अजमेर की और से मुख्यमंत्री महोदय व मुख्य सचिव महोदय से निवेदन किया गया है कि राजस्व मंडल राजस्थान अजमेर का किसी भी परिस्थिति में अजमेर से विकेंद्रीकरण एवं विखंडन नही कर इसके मूल स्वरूप को कायम रखा जावे।
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