गड्डी मालियान शमशान विकास समिति,अजमेर ने "विश्व पर्यावरण दिवस" पर 11-बडे पेडों का वृक्षारोपण किया
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 05-JUN-2021
|| अजमेर || रिपोर्ट नील---------------------------------------------------------विश्व पर्यावरण दिवस" पर गड्डी मालियान श्मसान विकास समिति ने हरवर्ष की भाति इस बार भी शमशान प्राग्रण मे 11 बडे पेड जिसमेंअर्जुन,शीशम,नीम,अशोक,पीपल,आम,सीताफल, अमरूद, शहतूत,जामुन के विभिन्न बडे पेडों का वृक्षारोपण किया। सुबह 11 बजे किसन नर्सरी से बडे पेड लाकर उनके लिए गढ्ढे खोदे,उसमें खाद,मीगणी डालकर फिर उनमें वृक्षारोपण किया। यू तो शमशान प्राग्रण मे 500-600 पेड-पौधे हैं इसमें कई औषधि से सम्बंधित हैं।आज भी कई आर्युवेदिक डाक्टर अन्य बीमारियों से पीडितों की दवा बनाने के लिए पत्तियों तोडकर ले जाते हैं।औषधि पौधों से पत्तियों की दवा बनाने के लिए जानकार लोग आते जाते हैं ,पत्तीयों को तोड कर ले जाते हैं। आज 11पेड-पौधे लगाने का उद्देश्य सिर्फ फोटोशूट करना नहीं हैं बल्कि इन पेड-पोधों की बच्चों की तरह परवरिश की जाती हैं।इन सभी पेड-पौधों मे नियमित खाद-पानी-गुठाई की जाती हैं।गड्डी मालियान शमशान मे पर्यावरण व साफ-सफाई-स्वच्छता का पुरा ध्यान रखा जाता हैं।गड्डी मालियान शमशान समिति प्रागंण की हरियाली अजमेर मे प्रसिद्ध हैं। हरियाली की वजह से पक्षियों ने धोसले बना रखे हैं। पक्षियों के लिए दाना-पानी के लिए परिन्डौ लगा रखे है उनमे नियमित रूप से सुबह-सुबह बाजरा-मक्खी-ज्वार रखा जाता हैं ओर उन्हें पुरी सुरक्षा दी जाती हैं। शमशान मे अलग से कबूतरों के लिए धौसला बनाने के लिए चोकोर खानों का भी भवन-निर्माण किया हैं।
अभी हाल ही सैकडों कोविडयुक्त शवों का दाहसंस्कार किया जिसमें कई लोगों की मृत्यु समय पर उनको "आक्सीजन" नहीं मिली । "आक्सीजन" संकट को दुर करने का हमारा हरवर्ष पेड-पौधों का वृक्षारोपण किया जाता हैं, उनकी बच्चों की तरह देख-रेख की जाती हैं।समय-समय पर गुडाई-खाद-पानी दिया जाता हैं।इस कार्यक्रम मे अध्यक्ष नेमीचंद बबेरवाल, ओमप्रकाश तुनवाल, प्रदीप कच्छावा, श्यामलाल तंवर,भोलु बबेरवाल, बंटी टाकं, दिनु भाई,दुर्गा डागोरिया,शेरू सेन,मूसा भाई,सोनू बबेरवाल, मनहर,मनीष शर्मा इत्यादि उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment