साहित्यकार राजेश भटनागर की एक रचना "हमारी औकात"
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 13-APR-2020
|| अजमेर || साहित्यकार राजेश भटनागर की एक रचना
"हमारी औकात"
कविता -"हमारी औकात"
हाँ !
ईश्वर ने दिखा दिया कि-
वैज्ञानिक नहीं दे सकते चुनौती
उसकी परम सत्ता को ।
पहुंच जाएं चाहे
मंगल पर
जीत लें चाँद को
ठहर जाएं अंतरिक्ष में
कुछ माह, कुछ वर्ष
बांध दें नदियों, तालाबों को
खोद डालें ऊंचे पर्वत
फोड़ दें पाताल तक
बना लें अपने चहुंओर
भौतिक सुखों का आवरण
बम, मिसाइलें, पनडुब्बियां
या अभेद्य वो किला
जिसे भेद ना सके परमाणु बम भी
मगर-
भेद सकती है
ईश्वर की परम सत्ता
इंसान के हर भेद को,
हर अहाँकर को
एक छोटे जीवाणु
कोरोना से भी
और-
दिखा सकती है आईने में
हमारी औकात ।
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© राजेश कुमार भटनागर
एल-27, विवेकानंद कॉलोनी,
अजय नगर, अजमेर
मो- 8949415256
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