मानदेय को तरसते पंचायत सहायक बने कोरोना फाइटर, राज्य सरकार से कोरोना में करुणा की आस, बिना सुरक्षा इंतजाम के बने हुए हैं कोरोना फाइटर
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 10-APR-2020
|| अजमेर ||
रिपोर्ट :- धीरज जैन
मानदेय को तरसते पंचायत सहायक बने कोरोना फाइटर
राज्य सरकार से कोरोना में करुणा की आस
पिछले 13 वर्षों से पहले विद्यार्थी मित्र के रूप में तो अब ग्राम पंचायत सहायकों के रूप में दे रहे मात्र 6000 मासिक मानदेय में अपनी सेवाएं
26383 ग्राम पंचायत सहायकों को नहीं मिल रहा मानदेय
लगभग 80% ग्राम पंचायत सहायकों का मानदेय 8-10 महीनों का बकाया
जिन्हें दिया गया है उन्हें पिछली से पिछली 2018-19 की शेष बची एसएफसी की राशि में से दिया गया मानदेय
शिक्षा विभाग में करते हैं काम चेक लेने के लिए जाना पड़ता है ग्राम पंचायतों में
ग्राम पंचायत कहती हैं एसएफसी की किस्त नहीं आई है
एसएफसी फंड से होते हैं 200 करोड़ स्वीकृत
इसी से मिलता है 26383 ग्राम पंचायत सहायकों को मानदेय
पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 की एसएफसी किस्त अभी तक नहीं आई पंचायतों में
जिसके कारण पिछले आठ-दस महीनों से रोक दिया गया है ग्राम पंचायत सहायकों का मानदेय
चेक प्राप्त करने के लिए लगाने पड़ते हैं ग्राम पंचायतों के चक्कर
अपना मेहनताना लेने के लिए जोड़ने पड़ते हैं कई बार हाथ
पूरे प्रदेश में है यह विकराल समस्या
वर्तमान में प्रदेश के सभी ग्राम पंचायत सहायक बिना सुरक्षा बीमा व भत्ते के अभाव में राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना को हराने के लिए मैदान में डटे हुए है
कहीं आइसोलेशन कक्ष के बाहर तो कहीं कोरोना सर्वे में तो कहीं चेक पोस्ट पर ड्यूटी के रूप में वर्तमान में ग्राम पंचायत सहायक बन गए हैं कोरोना फाइटर
वर्तमान में सिर्फ एक विनती
राज्य सरकार से कर रहे हैं निवेदन बीमा सुरक्षा एवं भत्ते के साथ एक विभाग व मानदेय सीधा ऑनलाइन खाते में हो हस्तांतरित
जिससे मिल जाएगा काफी समस्याओं से हमें निजात
यही है 26383 ग्राम पंचायत सहायकों की राज्य सरकार से आस
पंचायत सहायक पुरुष के होते हुए भी होम अयुसोलेशन कार्य हेतु पंचायत सहायक ( महिला) को भी लगाया जाना उचित नही है ।
यही है हमारी कोरोना में करुणा की आस
हमारी पुकार सुनो सरकार सुनो सरकार सुनो सरकार
निवेदक युवा कार्यकारिणी व 26383 ग्राम पंचायत सहायक, समस्त परिवार
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